स्ट्रेस की एक मुख्य वजह काम और पर्सनल लाइफ के बीच का इम्बैलेंस है। जब काम में आपका बहुत ज़्यादा समय लगता है, तो आपके शरीर और दिमाग को आराम करने का मौका नहीं मिलता, जिससे लंबे समय तक थकान रहती है। इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए, हमें अपना समय समझदारी से बांटना और अपने लिए लिमिट तय करना सीखना होगा।
सबसे पहले, अपने काम को अपनी प्रायोरिटी के हिसाब से प्लान करें। एक साथ कई काम करने के बजाय, आपको हर ज़रूरी काम को पूरा करने पर फोकस करना चाहिए। इससे प्रेशर कम करने और एफिशिएंसी बढ़ाने में मदद मिलती है। दूसरा, दिन में छोटे ब्रेक लें: उठें, एक गिलास पानी पिएं, टहलें, या अपने दिमाग को रिलैक्स करने के लिए गहरी सांसें लें।
इसके अलावा, आपकी नींद की क्वालिटी भी एक ज़रूरी रोल निभाती है। सोने से कम से कम 30 मिनट पहले इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल कम करें, सोने का एक फिक्स टाइम रखें, और अच्छी नींद के लिए एक शांत सोने की जगह बनाएं। जब आप काम और आराम के बीच बैलेंस बना लेंगे, तो आप एक साफ दिमाग, एक हेल्दी शरीर और काफी कम स्ट्रेस महसूस करेंगे।
